पर्यटन कारोबिायों ने किया चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने के सरकार के फैसले का विरोध ।
पर्यटन कारोबिायों ने किया चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने के सरकार के फैसले का विरोध
जिला पर्यटन अधिकारी के माध्यम से सीएम को भेजा ज्ञापन
हरिद्वार, 3 मार्चं। पर्यटन कारोबार से जुड़े विभिन्न संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने चारधाम यात्रा में यात्रीयों की संख्या सीमित किए जाने का विरोध किया है। शुक्रवार को पंचपुरी टेम्पों ट्रैवलर वेलफेयर सोसायटी, टैक्सी मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, प्रीपेड टैक्सी स्टैंड एसोसिएशन, टूर आॅपरेटर एसोसिएशन आदि संगठनों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त मोर्चा पर्यटन उद्योग के बैनर तले शिवमूर्ति से जिला पर्यटन अधिकारी कार्यालय तक जूलूस निकालकर यात्रीयों की संख्या सीमिति किए जाने के सरकार के फैसला का विरोध किया और जिला पर्यटन अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर फैसले को वापस लेने की मांग की। ज्ञापन की प्रति पर्यटन मंत्री, मुख्य सचिव, पर्यटन सचिव, सिटी मजिस्ट्रेट को भेजी गयी है। संयुक्त मोर्चा के अभिषेक अहलूवालिया, गिरीश भाटिया, संजय शर्मा, सुनील जायसवाल आदि ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की आर्थिकी का मुख्य आधार है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों ने बैंकों से ऋण लेकर होम स्टे और होटल आदि बनवाए हैं। परिवहन व्यवसायियों ने भी बैंकों से कर्ज लेकर वाहनों की व्यवस्था की है। लेकिन चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित किए जाने से सभी को भारी नुकसान होगा। सरकार को अपने फैसले को वापस लेना चाहिए। चंद्रकांत शर्मा, हरीश भाटिया, अवतार सिंह ने कहा कि सरकार ने यमुनोत्री के लिए 5500, गंगोत्री के लिए 9000, केदारनाथ के लिए 15000 और बद्रीनाथ के लिए 18000 यात्री प्रतिदिन की सीमा तय की है। सरकार के इस फैसले से लाखों लोगों का रोजगार छीन जाएगा। यदि फैसले को वापस नहीं लिया गया तो पर्यटन व्यवसायी आंदोलन करने को मजबूर होंगे। ज्ञापन देने वालों में अभिषेक अहलूवालिया, गिरीश भाटिया, संजय शर्मा, सुनील जायसवाल, चंद्रकांत शर्मा, पुष्पप्रीत सिंह, विजय शुक्ला, हरीश भाटिया, अवतार सिंह, जगनलाल गुप्ता, अजीत, दीपक उपाध्याय, दीपक कपूर, दुष्यंत कुमार, अनूप मनोचा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।