उत्तराखंड : हाट बाजार बना महिलाओं के रोजगार का जरिया

उत्तराखंड : हाट बाजार बना महिलाओं के रोजगार का जरिया

उत्तरकाशी : मुख्यमंत्री बहिना सशक्त योजना के अंन्तर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के साझा प्रयास से उत्तरकाशी के समस्त विकास खण्डों में स्थानीय उत्पाद खीरा, बैगन, करेला, मूली, मिर्च, बैंगन, छप्पन कद्दू, लौकी, तोरी, फूल गोभी,मशरूम,पत्ता गोभी,आलू, भिन्डी, शिमला मिर्च आदि सब्जियों को NRLM एवं रीप ब्लॉक स्तरीय स्टाफ द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से क्रय कर साप्ताहिक हाट बाजार के माध्यम से विपणन किया जा रहा है, जिसमें स्वयं सहायता महिला समूह सदस्यों के साथ- साथ स्थानीय काश्तकारों को आय सृजन के अवसर मिल रहे है।

मुख्य विकास अधिकारी जय किशन द्वारा कहा गया कि लोकल फॉर बोकल के अंन्तर्गत आजीविका कार्यों में स्वयं सहायता समूहों द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादों की अपार सम्भावनाओं को देखते हुये, आजीविका को बढ़ावा देने के लिए उनकी दृढ़ता छोटे – छोटे प्रयासों को सार्थकता की ओर क्रियान्वित कर रही है l

जनपद के सभी विकास खण्डों में सब्जियों के विपणन पर साप्ताहिक हाट बाजार का सात दिवसों में बुधवार व शुक्रवार को संचालित किया जा रहा है, जिसमें सभी विकास खण्डों में वर्तमान तक ढाई लाख से अधिक सब्जियों का विपणन किया गया है, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कहा गया कि ऑर्गेनिक सब्जियों के उपयोग से जहाँ हम लोग निरोगी रह सकते है l वहीं शारीरिक दृष्टिकोण से यह हमारे लिये लाभकारी भी है l

जिला थेमेटिक एक्सपर्ट एनआरएलएम प्रमेन्द्र राणा द्वारा कहा गया है, कि रिप परियोजना के सहयोग से जनपद के समस्त विकास खण्डों में गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 70 लाख से अधिक का सब्जी एवं कृषि बीज का सहयोग दिया गया है, जिसका उत्पादन वर्तमान में हो रहा है, जिसमें स्थानीय हाट बाजार तथा वृहद स्तर पर जनपद तथा जनपद के बाहर भी सब्जियों का विपणन किया जा रहा है साथ ही कहा गया कि स्थानीय हाट बाजार के माध्यम से जनपद द्वारा अगस्त सितंबर तक 15 लाख से अधिक सब्जियों के विपणन का लक्ष्य रखा गया है।

उत्तराखंड : हाट बाजार बना महिलाओं के रोजगार का जरिया

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