गंगा में प्रवाहित की गयी राजस्थान से लायी गयी लावारिस व कोरोना मृतकों की अस्थियां, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। गुरुवार को श्रीनाथ गौशाला चेरिटेबल ट्रस्ट के संयोजन में राजस्थान के जयपुर लायी गयी लावारिस व्यक्तियों की अस्थियां पूर्ण विधि-विधान के साथ हरकी पैड़ी पर मां गंगा में विसर्जित की गयी। श्रीनाथ गौशाला ट्रस्ट की अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि विभिन्न शमशान घाट से एकत्र कर लायी गयी 975 लावारिस लोगों की अस्थियों में 50 कोरोना मृतकों की अस्थियां भी शामिल हैं। संतोष जायसवाल ने बताया कि संस्था वर्ष 2007 से राजस्थान के विभिन्न शमशान से लावारिस मृतकों की अस्थियां एकत्र गंगा में प्रवाहित करने का कार्य कर रही है। अब तक साढ़े सात हजार लावारिस मृतकों की अस्थियां गंगा में प्रवाहित की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जान गंवाने वाले कई लोगों के परिजनों ने बीमारी के डर से अस्थि प्रवाह नहीं किया। ऐसे ही पचास कोरोना मृतकों की अस्थियां भी हरिद्वार लाकर गंगा में प्रवाहित की गयी हैं।
भाजपा नेता और समाजसेवी डॉ.विशाल गर्ग ने कहा कि हिन्दू धर्म में अंतिम संस्कार के बाद गंगा में अस्थि प्रवाह को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। इसके बिना मृतक को मुक्ति प्राप्त नहीं होती है। श्रीनाथ गौशाला चेरिटेबल ट्रस्ट लंबे समय से लावारिस व्यक्तियों की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने का पुण्य कार्य कर रही है। इस अवसर पर मनोज गौतम, कमल अग्रवाल, सरोज बोरा, आशा शर्मा आदि भी मौजूद रहे।