अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर सन्तो में रार शुरू, बैरागी संतो ने ठोका अध्यक्ष पद पर दावा,जानें अध्यक्ष के दावेदारों के नाम
हरिद्वार ब्यूरो
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरी की मौत के बाद अब नए अध्यक्ष को लेकर अखाड़ों में रार सामने आने लगी है ।अखाड़ा परिषद से कुंभ मेले से ही खफा चल रहे बैरागी अखाड़ों ने अध्यक्ष पद पर अपनी दावेदारी ठोक दी है। 25 अक्टूबर को प्रयागराज में अखाड़ा परिषद की अध्यक्ष पद को लेकर बैठक होने जा रही है। उससे पहले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी महाराज ने कहा है कि अखाड़ा परिषद का गठन चार संप्रदाय को मिलाकर होता है बैरागी, उदासीन निर्मल और सन्यासी अखाड़ों के संत प्रतिनिधि के रूप में अखाड़ा परिषद में शामिल होते हैं। इन चारों संप्रदाय में से एक भी अगर चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेता है तो अखाड़ा परिषद का गठन नहीं हो सकता। अखाड़े अपना निजी दल या संगठन बना सकते हैं लेकिन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के रूप में उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता ।
उन्होंने कहा कि श्री महंत नरेंद्र गिरि के ब्रह्मलीन हो जाने के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का पद रिक्त हो गया है जिस पर अब वैष्णव अखाड़े के संतों का अधिकार है उन्होंने कहा कि श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्री महंत राजेंद्र दास को अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। तभी तीनों वैरागी अणि चुनाव में भाग लेंगे अन्यथा वैष्णव संत अखाड़ा परिषद के चुनाव का बहिष्कार करेंगे,
उन्होंने बताया कि अखाड़ा परिषद में अध्यक्ष और महामंत्री के रूप में एक बैरागी संत और एक सन्यासी संत की परंपरा चली आ रही है। लेकिन कुछ समय पहले संन्यासी अखाड़ों द्वारा अध्यक्ष और महामंत्री पद पर जबरन कब्जा कर लिया गया था। नरेंद्र गिरी के अध्यक्ष बनने से पहले बैरागी अखाड़ों का अध्यक्ष और संन्यासी अखाड़ों का महामंत्री था, अब अध्यक्ष पद पर बैरागी अखाड़ों के प्रतिनिधि के रूप में महंत राजेंद्र दास को अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए ।
अध्यक्ष पद के ये हैं दावेदार
बैरागी संप्रदाय से महंत राजेंद्र दास अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हो सकते हैं, वही जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज भी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हो सकते हैं, वही महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी महाराज भी अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं, इसके अलावा निरंजनी अखाड़े के सचिव एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज के भी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बनने की चर्चा जोरों पर है।