मोंथा का कहर: 22 NDRF टीमें तैनात, 100+ ट्रेनें रद्द, 110 किमी/घंटा तक हवा के झोंके
विशाखापट्टनम: चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ तेजी से आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मंगलवार शाम या रात में यह काकिनाड़ा के निकट मछलीपट्टनम और कालिंगपट्टनम के बीच तट से टकराएगा। वर्तमान में पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में स्थित यह तूफान पिछले छह घंटों में 15 किमी/घंटा की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम दिशा में आगे बढ़ा है और गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है।
तट से टकराते समय हवा की गति 90-100 किमी/घंटा रहेगी, जबकि झोंके 110 किमी/घंटा तक पहुंच सकते हैं। आईएमडी महानिदेशक डॉ. एम. मोहापात्रा ने बताया कि तट पार करने के बाद तूफान की तीव्रता कुछ कम होगी, लेकिन यह ओडिशा की ओर बढ़ेगा और फिर छत्तीसगढ़ में प्रवेश करेगा। 28 से 30 अक्टूबर तक आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में भारी से अति भारी बारिश की आशंका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात कर हरसंभव केंद्र सहायता का आश्वासन दिया। केंद्र सरकार ने आंध्र, ओडिशा, पुडुचेरी, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में 22 एनडीआरएफ टीमें तैनात की हैं। दक्षिण मध्य और पूर्वी तट रेलवे ने अगले दो दिनों के लिए 100 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी हैं। प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
तटीय और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों व राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी जारी की गई है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने की आशंका के चलते सभी बीच पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए हैं। कई उड़ानें भी रद्द की गई हैं। ओडिशा में आठ दक्षिणी जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी है और हल्की बारिश शुरू हो चुकी है। राज्य सरकार ने संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को निकालने का अभियान तेज कर दिया है।
