देहरादून में भारी बारिश का कहर: 13 की मौत, 16 लापता

देहरादून: देहरादून जिले में सोमवार रात हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई, जिसमें 13 लोगों की जान चली गई, 3 लोग घायल हुए और 16 लोग लापता हैं। जिलाधिकारी (डीएम) सविन बंसल ने मालदेवता, सहस्रधारा, मजयाडी और कार्लीकागाड जैसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह और मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह के साथ डीएम ने पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

राहत और बचाव कार्यों में तेजी के निर्देश

डीएम बंसल ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और पीएमजीएसवाई को पर्याप्त मैनपावर और मशीनरी के साथ अवरुद्ध सड़कों और संपर्क मार्गों को जल्द सुचारू करने को कहा। राहत शिविरों में ठहरे लोगों को ड्राई राशन और फूड पैकेट का वितरण सुनिश्चित करने के साथ-साथ बिजली, पानी और अन्य मूलभूत सुविधाओं को तत्काल बहाल करने के आदेश दिए।

आपदा से भारी नुकसान

अतिवृष्टि के कारण देहरादून में जानमाल और संपत्ति को व्यापक क्षति पहुंची। सड़कें, पुल, पुलिया और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। जिला आपदा परिचालन केंद्र के अनुसार, 13 पुल, 10 पुलिया, 2 मकान, 31 दीवारें, 2 अमृत सरोवर, 12 खेत, 12 नहरें, 21 सड़कें, 7 पेयजल योजनाएं, 8 होज और 24 पुस्ते क्षतिग्रस्त हुए हैं। मजयाडी में तीन लोग मलबे में दबे हैं और एक व्यक्ति लापता है। सहस्रधारा-कार्लीकागाड मार्ग भूस्खलन के कारण नौ से अधिक स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ, साथ ही कई आवासीय भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, 13 दुकानें, 8 होटल और 3 रेस्तरां भी प्रभावित हुए।

70 लोगों का सुरक्षित बचाव

डीएम ने सहस्रधारा, मजयाडी और कार्लीकागाड में पैदल निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से कार्लीकागाड में फंसे 70 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सभी प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं, जो तत्काल कार्रवाई कर रही हैं। डीएम ने कहा, “आपदा की इस घड़ी में जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ है। राहत पहुंचाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।”

प्रभावित परिवारों को किराया सहायता

प्रभावित परिवारों को राहत देते हुए डीएम ने घोषणा की कि सुरक्षित स्थानों पर किराए पर शिफ्ट होने वाले परिवारों को तीन महीने तक प्रति परिवार 4,000 रुपये प्रतिमाह की सहायता दी जाएगी। चामासारी के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए राहत शिविर में कुछ प्रभावित लोगों को ठहराया गया है, जहां डीएम ने उनसे मुलाकात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

प्रशासन की प्रतिबद्धता

डीएम बंसल ने कहा कि आपदा के प्रभाव को कम करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। सभी विभागों को बुनियादी सुविधाओं को जल्द बहाल करने और पीड़ितों तक तत्काल राहत पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की मदद और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए कटिबद्ध है।

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