दशहरा पर्व। श्री अखंड परशुराम अखाड़े ने किया शस्त्र पूजन…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। शुक्रवार को विजयदशमी के अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़े के तत्वाधान में अखाड़े की राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक के सानिध्य में शस्त्र पूजन कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बाबा हठयोगी एवं बाबा सीताराम जी उपस्थित रहे।
शस्त्र पूजन में बाबा हठयोगी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि दशहरा के दिन शस्त्र पूजन करने की परंपरा सदियों पुरानी है। मां दुर्गा शक्ति का प्रतीक है। भारत की रियासतों में शस्त्र पूजन धूमधाम से मनाया जाता था, अब रियासतें तो नहीं रही, लेकिन परंपराएं बरकरार हैं। यही कारण है कि इस दिन आत्मरक्षार्थ रखे जाने वाले शस्त्रों की पूजा की जाती है।
अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि श्री अखंड परशुराम अखाड़ा हिंदुत्व की रक्षा के लिए सदैव खड़ा रहेगा।
भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम ने भी अधर्म का नाश करने के लिए शस्त्र उठाया और धर्म की रक्षा की। राजा, महाराजाओं ने भी धर्म व हिन्दुत्व की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। आज हमें भी अपनी संस्कृति और धर्म को बचाने के लिए शस्त्र उठाने की आवश्यकता है।जिसके लिए शास्त्रों का ज्ञान होना अति आवश्यक है इसी को लेकर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा एक मुहिम चलाकर नि:शुल्क शस्त्र विद्या प्रशिक्षण हिंदुओं की नई पीढ़ी को दे रहा है।
पंडित पवन कृष्ण शास्त्री की भागवताचार्य ने कहा कि दशहरा पर्व समाज को धर्म की रक्षा एवं सत्य के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। इससे समाज में खुशहाली का वातावरण आता है।