न्यायमूर्ति बी.आर. गवई होंगे भारत के अगले CJI, 14 मई को लेंगे शपथ

नई दिल्ली। देश को जल्द ही नया मुख्य न्यायाधीश मिलने जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर. गवई भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनने वाले हैं। वे 14 मई 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।

वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने औपचारिक रूप से न्यायमूर्ति बी.आर. गवई को अपना उत्तराधिकारी नामित करते हुए उनकी सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी है। यह प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की परंपरा के अनुसार वरिष्ठता के आधार पर की जाती है।

न्यायमूर्ति गवई का जीवन परिचय

न्यायमूर्ति बी.आर. गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को अमरावती, महाराष्ट्र में हुआ। उन्होंने 16 मार्च 1985 को बार काउंसिल में शामिल होकर वकालत की शुरुआत की थी। उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक लंबे अरसे तक वकालत की और फिर न्यायिक सेवाओं में शामिल हुए।

वह 2019 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे और तब से उन्होंने कई अहम मामलों में निर्णय दिए हैं। न्यायमूर्ति गवई देश के पहले ऐसे दलित समुदाय से आने वाले व्यक्ति हैं जो इस सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंच रहे हैं।

न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का कार्यकाल

वर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने नवंबर 2024 में भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था। उनका कार्यकाल अल्पकालिक था, और अब वे नियमानुसार सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल मुख्य न्यायाधीश के रूप में 6 महीने से थोड़ा अधिक रहेगा, क्योंकि वे नवंबर 2025 में 65 वर्ष की आयु पूरी कर सेवानिवृत्त होंगे।

इस महत्वपूर्ण नियुक्ति के साथ, देश की न्यायपालिका एक नई दिशा में प्रवेश करने जा रही है और न्यायमूर्ति गवई के नेतृत्व में न्याय व्यवस्था में पारदर्शिता, न्याय सुलभता और संवेदनशीलता को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं।

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