‘ये ध्वज सदियों के सपने साकार होने का प्रतीक…’, धर्म ध्वजारोहण कर बोले पीएम

अयोध्या :श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर आज अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं भगवा धर्म ध्वज फहराया। 10 फीट ऊंचे और 20 फीट लंबे इस त्रिकोणीय ध्वज पर सूर्य चिह्न, कोविदार वृक्ष और ‘ओम’ अंकित है। ध्वजारोहण के साथ ही पूरा रामनगरी क्षेत्र ‘जय श्रीराम’ के जयकारों से गूंज उठा।

“अब मानसिक गुलामी से मुक्ति का समय” – पीएम ध्वजारोहण के बाद विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “गुलामी की मानसिकता ने सदियों तक हमें राम से दूर रखा। इसी मानसिकता ने राम को काल्पनिक बता दिया। लेकिन आज भारत के कण-कण में राम बस्ते हैं। हमने नौसेना के ध्वज से गुलामी का निशान हटाया, अब अगले 10 सालों में मैकाले की 200 साल पुरानी गुलामी की मानसिकता को पूरी तरह खत्म कर देंगे।”

पीएम ने कहा कि 21वीं सदी की अयोध्या विकसित भारत का मेरुदंड बन रही है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब तक 45 करोड़ श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। नए रेलवे स्टेशन, वंदे भारत-अमृत भारत ट्रेनों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को जबरदस्त बल मिला है।

“राम कोई व्यक्ति नहीं, मर्यादा और दिशा हैं” प्रधानमंत्री ने कहा, “राम यानी जनता का सुख सर्वोपरि, राम यानी विवेक की पराकाष्ठा, राम यानी कोमलता में दृढ़ता, राम यानी सत्य का अडिग संकल्प। यदि हमें विकसित भारत बनाना है तो अपने भीतर राम को जगाना होगा। 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा, तब तक हमें विकसित भारत बनाना ही होगा।”

मोहन भागवत : आज सार्थकता का दिन इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा, “आज उन सभी की आत्मा को शांति मिली होगी जिन्होंने इस मंदिर के लिए प्राण न्योछावर किए। यह भगवा ध्वज रघुकुल की सत्ता का प्रतीक है। कोविदार वृक्ष हमें याद दिलाता है कि हमें दूसरों के लिए छाया और फल देना है, स्वयं धूप में खड़े रहकर भी।”

सीएम योगी : 500 साल का इंतजार खत्म मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “500 वर्षों में समय बदला, नेतृत्व बदला, लेकिन आस्था नहीं डगमगाई। जब संघ के हाथ में कमान आई तो सिर्फ एक नारा गूंजा – रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। आज वही संकल्प सिद्ध हुआ।”

ध्वज की खासियत

  • आकार : 10×20 फीट, समकोण त्रिभुज
  • रंग : भगवा
  • चिह्न : उज्ज्वल सूर्य (राम की वीरता का प्रतीक), कोविदार वृक्ष (रघुकुल चिह्न), ‘ओम’
  • स्थान : नागर शैली के मुख्य शिखर पर

कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं लाखों श्रद्धालु उपस्थित रहे। ध्वजारोहण से पहले प्रधानमंत्री ने सरसंघचालक के साथ रामलला का दर्शन-पूजन किया और माता अन्नपूर्णा मंदिर में मत्था टेका।

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