भाजपा नेताओं के निशाने पर यमुनोत्री विधायक, अब अतोल रावत ने खोला मोर्चा, खनन माफिया भाई को बचाने के लिए तिलमिलाहट
बड़कोट। निर्दलीय विधायक संजय डोभाल एक बार फिर सियासी हमलों के केंद्र में आ गए हैं। हाल ही में बड़कोट में युवक से मारपीट की घटना और उस दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल ने उन्हें विवादों में ला खड़ा किया था। इसके बाद अचानक उनके बदले हुए रुख पर अब राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं। इसी बीच भाजपा नेताओं ने डोभाल पर खनन माफिया से जुड़े गंभीर आरोप भी जड़े हैं।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने विधायक संजय डोभाल को खनन माफिया के दबाव में काम करने वाला करार दिया है।
वहीं, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अतोल रावत ने भी विधायक और उनके परिवार पर सीधा निशाना साधा। रावत का कहना है कि विधायक जनता से ज्यादा अपने भाई के हितों की चिंता करते हैं। जब सरकार ने डोभाल के भाई के खिलाफ कार्रवाई शुरू की, तब विधायक जनता के मुद्दों से हटकर अपने परिवार को बचाने में जुट गए।
रावत ने यह भी आरोप लगाया कि बड़कोट में युवक की पिटाई का मामला भी विधायक और उनके भाई ने अपने कृत्यों को छुपाने के लिए एक ‘ड्रामा’ की तरह पेश किया।
उनके मुताबिक, विधायक डोभाल अब सरकार के पक्ष में सिर्फ इसलिए बयान दे रहे हैं, ताकि अपने भाई, नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल ‘कुतरू’ और उनके बेटों को बचा सकें। उन्होंने दावा किया कि बीते चार साल में विधायक और उनके भाई ने ‘स्टोन क्रशर’ के नाम पर जमकर अवैध खनन किया, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान झेलना पड़ा।
इतना ही नहीं, सरकार की ओर से लगाए गए एक करोड़ रुपये से अधिक के जुर्माने का भुगतान भी विनोद डोभाल ने अब तक नहीं किया है। पहले क्रशर सील किया गया था और अब एक बार फिर बड़े एक्शन की तलवार लटक रही है।
खनन विवाद कोई नया नहीं है। भाजपा नेता प्रवीन रावत को अवैध खनन की शिकायत करने पर गाड़ी से कुचलने का प्रयास किए जाने का मामला भी सुर्खियों में रहा था, जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल ‘कुतरू’ को जेल जाना पड़ा था। इसके अलावा भी उन पर कई गंभीर आरोप पहले से लगते रहे हैं।
अतोल रावत ने साफ कहा कि अब विधायक के खिलाफ एक के बाद एक खुलासे किए जाएंगे और जनता के सामने सच्चाई रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों के सामने खनन माफिया-प्रेमी, भ्रष्टाचारी विधायक की पोल खुलनी ही चाहिए।