उत्तराखंड : स्कूल-कॉलेजों के आसपास घूमती थी कैब, पुलिस ने पकड़ा तो खुल गया ये राज

उत्तराखंड : स्कूल-कॉलेजों के आसपास घूमती थी कैब, पुलिस ने पकड़ा तो खुल गया ये राज

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान चला रही है। बावजूद नशा तस्कर दून में पहुंचने से नहीं डर रहे हैं। नशा तस्करों का सबसे बड़ा निशाना युवा हैं। कॉलेजों और स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नशे की गोलियां और इंजेक्शन सप्लाई करते हैं। क्लेमेनटाउन थाना पुलिस ने कैब चलाने वाले नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 95 हजार रुपये नकदी बरामद की गई। तीनों कैब से कैप्सूल और टेबलेट सप्लाई करने वाले तीन आरोपी छुटमुलपुर सहारनपुर के रहने वाले हैं।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर सभी अंतरराज्यीय, अंतरजनपदीय सीमाओं और आंतरिक बैरियरों पर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। क्लेमेनटाउन थाना पुलिस आशारोड़ी बैरियर पर वाहनों की चेकिंग की रही थी। इसी दौरान शक के आधार पर एक कैब को रोककर चेकिंग की गई तो उसमें से 384 प्रतिबंधित कैप्सूल और 390 टेबलेट बरामद हुए। चेकिंग के दौरान कार की डेशबोर्ड से 90 हजार रुपये नकदी भी बरामद हुई।

पुलिस ने घटनास्थल से अकरम अली निवासी आर्केडिया ग्रांट बनियावाला गोरखपुर, पटेल नगर, आमिर खान निवासी मरकाम ग्रांट तेलीवाला, डोईवाला और शौकीन निवासी आर्केडिया ग्रांट बनियावाला पटेलनगर के रूप में हुई है।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह कैप्सूल व टेबलेट छुटमलपुर सहारनपुर से लेकर आते हैं और देहरादून के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों को बेचते हैं। नकदी के बारे में पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि कैप्सूल व टेबलेट बेचकर उन्हें नकदी मिली थी। जांच के दौरान यह भी पता चला कि वाहन अकरम अली की मां के नाम पर है और कैब के नाम पर तीनों आरोपित वाहन में घूमते हैं और नशा सप्लाई करते हैं। पुलिस आरोपितों का अपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

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